जन्माष्टमी पर द्वारका इस्कॉन में विशेष तैयारी, एक लाख व्यंजन और 200 किलो केक से भगवान को भोग
द्वारका । जन्माष्टमी के लिए गुजरात के द्वारका में स्थित इस्कॉन मंदिर में खास तैयारी की गई है। एक लाख व्यंजन और 200 किलो के केक से भगवान को भोग लगाने का प्रबंध किया गया है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर इस्कॉन यूथ फोरम डायरेक्टर वेद चैतन्य दास ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया, "इस बार जन्माष्टमी विशेष है, क्योंकि इस बार पांच लाख से अधिक श्रद्धालु यहां पर आ रहे हैं।"
उन्होने आगे बताया कि सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यहां पर सारे कार्यक्रम ठीक से हो रहे हैं। हर उम्र के लोगों के लिए अलग-अलग कार्यक्रम की व्यवस्था कराई गई है।
उन्होंने कहा, "भगवान को एक लाख व्यंजनों और 200 किलो के केक से भोग लगाया जा रहा है। श्रद्धालु सुबह 4.30 बजे से रात को 12.30 बजे तक भगवान के दर्शन कर सकते हैं। रात को 12 बजे महाभिषेक और महाआरती होगी। देश-विदेश के विशेष फूलों द्वारा भगवान के घर की सजावट की गई है।"
इस्कॉन के एक अन्य पदाधिकारी डॉ. मधुकर दास ने आईएएनएस को बताया कि हम सभी द्वारा एक दिन पहले से ही इस उत्सव को मनाया जा रहा है। भगवान के लिए तरह-तरह के उपहार आ रहे हैं। सोमवार को सुबह 4.30 से ही मंगला आरती के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई और यह लगातार जारी है। यहां पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं और भगवान का दर्शन कर रहे हैं। 12.30 बजे महाआरती और महाभिषेक होगा।
देश भर के मंदिरों में सोमवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर लोगों में उत्साह है। गुजरात के द्वारका के अलावा दिल्ली एनसीआर, करनाल, वाराणसी और अमेठी में सुबह से ही मंदिरों को सजाने का कार्य शुरू कर दिया गया। रंग-बिरंगे फूलों से मंदिरों को सजाया गया है। इस दौरान कई अन्य कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है।
दरअसल, भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। हर साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर देश भर में भव्य कार्यक्रम आयोजन किए जाते हैं।