Maharashtra Monsoon 2025: महाराष्ट्र में वक्त से पहले पहुंचा मानसून, मुंबई और कोकण में हुई झमाझम बारिश

Maharashtra Monsoon 2025: महाराष्ट्र में इस बार मानसून वक्त से पहले दस्तक दे चुका है. आमतौर पर मानसून 7 जून के आसपास राज्य में पहुंचता है और मुंबई में 11 जून के करीब बारिश शुरू होती है, लेकिन इस बार मई के आखिर में ही आसमान से बरसात की बूंदें गिरने लगी हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को बताया कि मानसून ने अरब सागर, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों, मिजोरम, मणिपुर और नागालैंड में आगे बढ़त बना ली है. मानसून की उत्तरी सीमा अब देवगढ़, बेलगावी, हावेरी, मांड्या, धर्मपुरी, चेन्नई, आइजोल और कोहिमा से होकर गुजर रही है.
इसके साथ ही अगले तीन दिनों में इसके मुंबई, कर्नाटक (बेंगलुरु समेत), आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर के अन्य हिस्सों में और आगे बढ़ने के अनुकूल हालात हैं.
महाराष्ट्र में वक्त से पहले पहुंचा मानसून
मुंबई में सुबह-सुबह गरज के साथ बरसात
रविवार सुबह मुंबई वासियों की नींद तेज बारिश और गरज-चमक के साथ खुली. बीते दो दिनों से शहर और कोकण इलाके में प्री-मानसून बारिश का दौर जारी है. शनिवार को आईएमडी ने मुंबई के लिए येलो अलर्ट और दक्षिण कोकण के रत्नागिरी व सिंधुदुर्ग जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया था.
दरअसल, रत्नागिरी और दापोली के पास एक डिप्रेशन सिस्टम (दबाव तंत्र) गुजर रहा है, जिसके कारण भारी बारिश दर्ज की गई. मुंबई में जलभराव और ट्रैफिक की समस्या भी देखने को मिली.
2009 के बाद सबसे जल्दी मानसून की दस्तक
केरल में शनिवार को मानसून की शुरुआत हुई, जो 2009 के बाद अब तक की सबसे जल्दी एंट्री है. सामान्य तौर पर मानसून 1 जून को केरल में पहुंचता है और पूरे देश में 8 जुलाई तक फैलता है. वहीं मानसून की वापसी उत्तर-पश्चिम भारत से 17 सितंबर से शुरू होती है और 15 अक्टूबर तक पूरे देश से विदा ले लेता है.
लेकिन इस बार समय से पहले दस्तक देकर मानसून ने न सिर्फ मौसम विभाग को बल्कि आम लोगों को भी हैरान कर दिया है.
बारिश से फसल और जल भंडारण को फायदा
किसानों के लिए यह खबर राहत भरी है. समय से पहले बारिश से खरीफ फसल की बुवाई जल्दी शुरू हो सकती है. साथ ही जलाशयों में पानी की मात्रा बढ़ेगी, जो गर्मी के बाद राहत देने वाला संकेत है.