KANPUR ENCOUNTER : चार दिन बाद भी विकास दुबे नहीं पकड़ा गया, हिस्ट्रीशीटर की तलाश में पुलिस ने किया बॉर्डर सील

By Tatkaal Khabar / 06-07-2020 03:02:02 am | 15362 Views | 0 Comments
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उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी शुक्रवार को कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने की कोशिशें तेज कर दी हैं। गैंगस्टर राज्य से बाहर न निकल जाए, इसके लिए राज्य की सीमाओं पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। वहीं दुबे संभवत: भागने में प्रयोग किए जाने वाले व उन्हें छोड़ देने वाले वाहनों के मदद से भी जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

इसके साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने निकटवर्ती राज्यों में अपने समकक्षों को भी उसके बारे में सतर्क कर दिया है, क्योंकि ऐसी संभावना है कि गैंगस्टर कहीं भी छिपा हो सकता है।

विकास दुबे के पोस्टर आस-पास के सभी जिलों और उप्र-नेपाल सीमाओं पर लगाए गए हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जिले से लगी सीमा के माध्यम से नेपाल भागने की दुबे की संभावित कोशिश को नाकाम करने के लिए पीलीभीत पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया है।

पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश यादव ने कहा कि सीमाओं को सील करने के साथ ही पुलिस सभी वाहनों और व्यक्तियों की सघन तलाशी ले रही है।

सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने भी सीमा की रक्षा करने वाले अपने कर्मियों को सतर्क कर दिया है। 49वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट रमन सिंह ने कहा, "दुबे की पहचान के लिए हमने अपने कर्मियों के बीच उसकी तस्वीरें प्रसारित की है।"

सिंह ने कहा, "पुलिस सभी संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों पर कड़ी निगरानी रख रही है। पुलिस और एसएसबी सीमा पर सभी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं, हालांकि वर्तमान में सीमा का अधिकांश हिस्सा शारदा नदी के तेज बहाव की चपेट में होने के कारण यात्रा के लिए अनुकूल नहीं है।"

राज्य सरकार ने सोमवार को इंस्पेक्टर कुंवर पाल और कांस्टेबल के.के. शर्मा व राजीव को निलंबित कर दिया। इनकी फोन काल की जांच में पता चला कि यह तीनों विकास दुबे के संपर्क में थे।

इसी बीच राज्य पुलिस को रविवार को औरैया में हाइवे पर एक ग्रे रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट कार मिली है, जिसमें डैशबोर्ड में वाहन के स्वामित्व संबंधी कागजात थे। पुलिस को संदेह है कि शुक्रवार को अपराध करने के बाद गैंगस्टर द्वारा इसी कार का इस्तेमाल किया गया होगा।