सी एम योगी ने गोरखपुर में वाॅटर स्पोट्र्स काॅम्पलेक्स का शिलान्यास एवं रामगढ़ताल बोट जेटी के जीर्णोद्धार का लोकार्पण किया
गोरखपुर को अन्र्तराष्ट्रीय मानचित्र पर लाने के लिए रामगढ़ताल तथा
बौद्ध परिपथ के केन्द्र बिन्दु के रूप में इसका विकास करने की घोषणा
आधुनिक स्वागत केन्द्र के जीर्णोद्धार, गोरखनाथ मंदिर में भीमकुण्ड ताल की सीढ़ियों पर कोटा स्टोन लगाने, रेलवे स्टेशन स्थित पर्यटन सूचना केन्द्र के जीर्णोद्धार, गूरम पोखरा के समय माता स्थल
पर पर्यटन विकास कार्यों का शिलान्यास
खनऊ: 20 मई, 2018
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में 40 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले वाॅटर स्पोट्र्स काॅम्पलेक्स का शिलान्यास एवं लगभग 78 लाख रुपए की लागत से निर्मित रामगढ़ताल बोट जेटी के जीर्णोद्धार का लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने गोरखपुर को अन्र्तराष्ट्रीय मानचित्र पर लाने के लिए रामगढ़ताल तथा बौद्ध परिपथ के केन्द्र बिन्दु के रूप में इसका विकास करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 30 वर्ष पूर्व से ही रामगढ़ताल को विकसित करने की परियोजनाएं तैयार की गईं, परन्तु वे मूर्त रूप नहीं ले सकीं। उन्होंने कहा कि गोरखपुर ही नहीं पूरा पूर्वांचल वर्षों तक उपेक्षित रहा और विकास की राह देखता रहा। इस अवसर पर उन्होंने रामगढ़ताल मे नौकायन किया।
मुख्यमंत्री जी ने गोरखपुर में आधुनिक स्वागत केन्द्र के जीर्णोद्धार, गोरखनाथ मंदिर में भीमकुण्ड ताल की सीढ़ियों पर कोटा स्टोन लगाने, रेलवे स्टेशन स्थित पर्यटन सूचना केन्द्र के जीर्णोद्धार, गूरम पोखरा के समय माता स्थल पर पर्यटन विकास कार्यों का शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री जी ने सर्किट हाउस में जी0पी0एस0 युक्त मोटरसाइकिल पुलिस विभाग को सौंपी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 22 जुलाई, 2016़ को आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने गोरखपुर में नए खाद कारखाने तथा एम्स का शिलान्यास किया था। प्रदेश सरकार ने इस बीच 40 करोड़ रुपए की लागत से बहुप्रतीक्षित प्रेक्षागृह का निर्माण शुरू कराया है। उन्होंने कहा कि रामगढ़ताल के पास ही प्रर्दशनी स्थल विकसित किया जाएगा, जहां सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, औद्योगिक गतिविधियांे को बढ़ावा मिलेगा। वर्ष के अन्त तक चिड़ियाघर भी तैयार हो जाएगा, जो प्रदेश का तीसरा चिड़ियाघर होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्यटन जहां एक ओर रोजगार देता है, वहीं स्थानीय स्तर पर लोगों का जीवन स्तर भी उपर उठाता है। बौद्ध पर्यटन की दृष्टि से गोरखपुर से बुद्ध का जन्म स्थान लुम्बिनी 90 कि0मी0, परिनिर्वाण स्थल कुशीनगर 60 कि0मी0 तथा सारनाथ 200 किमी0 है। इस बौद्ध परिपथ का निर्माण करके हम बौद्ध धर्म को मानने वाले पर्यटकों को हम आकर्षित कर सकते हैं। इसके अलावा, बाबा गोरखनाथ तपो भूमि, गीताप्रेस भी गोरखपुर की पहचान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता। इसके लिए सभी को सोचने एवं कार्य करने की आवश्यकता है। परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण के बाद आवश्यकता है कि लोग इससे जुड़ें। उन्होंने कहा कि अगले माह आदरणीय प्रधानमंत्री जी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे, जिससे अयोध्या, गोरखपुर, बलिया, इलाहाबाद को जोड़ा जाएगा।
समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रदेश की पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने पर्यटन का बजट 60 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 600 करोड़ रुपए कर दिया है। इससे शीघ्र ही पूरा प्रदेश अन्र्तराष्ट्रीय मानचित्र पर आ जायेगा।
प्रदेश के प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक पर्यटन श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने सभी का स्वागत किया तथा आश्वस्त किया कि रामगढ़ताल नौकायन एवं जेटी सम्बन्धित कार्यों को 10 माह में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नयी पर्यटन नीति में वेलनेस सेण्टर, योगा सेण्टर संचालित करने तथा एडवेन्चर स्पोट्र्स एवं बैलूनिंग सम्बन्धी स्पोर्ट चलाने पर 15 से 20 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। कार्यक्रम को विधायक डाॅ0 राधा मोहन दास अग्रवाल, महापौर श्री सीताराम जायसवाल आदि ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।