प्रदेश में खाद्यान्न उत्पादन और सरकारी खरीद में हो वृद्धि जिससे किसानो को मिले उसका लाभ : सी एम योगी
लखनऊ: 5 जून, 2018
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि भविष्य में प्रदेश में खाद्यान्न उत्पादन और सरकारी खरीद में वृद्धि के मद्देनजर भण्डारण क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भण्डारण एजेन्सियों जैसे भारतीय खाद्य निगम, राज्य भण्डारण निगम, केन्द्रीय भण्डारण निगम आदि की भण्डारण क्षमता के अतिरिक्त इस क्षेत्र में वृद्धि के लिए पी.पी.पी. माॅडल पर निजी सहभागिता के भी उपाय तलाशे जायंे। उन्होंने कहा कि भण्डारण क्षमता में वृद्धि के लिए निजी क्षेत्र सहायक सिद्ध हो सकता है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां शास्त्री भवन में खाद्यान्न भण्डारण नीति के सम्बन्ध में किये गये प्रस्तुतिकरण केभण्डारण क्षमता में वृद्धि के लिए पी.पी.पी. माॅडल पर
निजी सहभागिता के भी उपाय तलाशे जायंे
भण्डारण क्षमता बढ़ने से किसानों की आय दोगुनी होने में मदद मिलेगी
मुख्यमंत्री के समक्ष खाद्यान्न भण्डारण नीति का प्रस्तुतिकरण
प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद विभाग श्रीमती निवेदिता शुक्ला वर्मा ने प्रस्तुतिकरण के दौरान मुख्यमंत्री जी को बताया कि वर्तमान में भारतीय खाद्य निगम, राज्य भण्डारण निगम व केन्द्रीय भण्डारण निगम की स्थायी भण्डारण क्षमता लगभग 55 लाख मीट्रिक टन है। भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए आने वाले वर्षाें में लगभग 25 लाख मीट्रिक टन की अतिरिक्त भण्डारण क्षमता को बढ़ाये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा, उद्यान मंत्री श्री दारा सिंह चैहान, खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री श्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस.पी. गोयल, प्रमुख सचिव कृषि श्री अमित मोहन प्रसाद, खाद्य आयुक्त श्री आलोक कुमार सहित भारतीय खाद्य निगम, केन्द्रीय भण्डारण निगम, उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम एवं सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।