शीतला सप्तमी 2019: इस दिन भूल से भी ना खाएं ये चीजें
हिन्दू धर्म में हर माह में भगवान की पूजा के अलग-अलग दिन और त्योहार आते हैं जिस दिन सभी व्रत-विधि और पूजा करते हैं। बता दें फाल्गुन माह में होली के बाद आने वाली सप्तमी के दिन शीतला सप्तमी आती है जिस दिन सभी अपने कष्टों के अंत के लिए व्रत और पूजा करते हैं।
- कहते हैं इस दिन के बाद से बासी खाना नहीं खाया जाता और यह ऋतु का अंतिम दिन है जब बासी खाना खा सकते हैं। ऐसे में आप सभी जानते ही होंगे कि माता शीतला रोगों को दूर करने वाली हैं और इस व्रत में परिवार के लिए भोजन पहले दिन ही बनाया जाता है और इस दिन बासी भोजन कहते हैं। कहा जाता है शीतला सप्तमी पर व्रती को प्रात: काल शीतल जल से स्नान करना चाहिए और उसके बाद विधि-विधान से मां शीतला की पूजा करनी चाहिए।
- इस दिन व्रत करने वालों को रात्रि में माता का जागरण करना चाहिए और शीतला सप्तमी पर इस बात का विशेष ध्यान रखें कि परिवार का कोई भी सदस्य गलती से भी गरम भोजन न ग्रहण करे। कहते हैं इस दिन ठंडा भोजन किए जाने की परंपरा है और माता शीतला के रूप में पथवारी माता को पूजा जाता है। माता का व्रत रखने से संतान की प्राप्ति होती है और जिस घर में शुद्ध मन से शीतला माता की पूजा होती है वहां हर प्रकार से सुख समृद्धि आने लगती है।