Makar Sankranti 2020: सूर्य का मकर राशि में प्रवेश

By Tatkaal Khabar / 14-01-2020 03:01:55 am | 14278 Views | 0 Comments
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 भगवान सूर्य धनु राशि की यात्रा समाप्त करके 15 जनवरी की प्रातः 4 बजकर 5 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। यहां पर ये 13 फरवरी को दोपहर बाद 3 बजकर 1 मिनट तक विराजमान रहेंगे। उसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इनके मकर राशि में प्रवेश करते ही देवताओं का दिन और पितरों की रात्रि का शुभारंभ हो जाएगा। सूर्यदेव सभी ग्रहों के अधिपति एवं सिंह राशि के स्वामी है। आदिकाल में इनके पास सभी 12 राशियां थी। परंतु कुछ कालोपरांत इन्होंने सिंह राशि अपने पास रखा और कर्क राशि चंद्रमा को दे दिया। बाकी दो-दो राशियां अन्य ग्रहों में बांट दी।


मेष राशि में सूर्य उच्च एवं तुला राशि में नीच संज्ञक माने गए हैं। किसी भी जातक की जन्मकुंडली में यदि सूर्य अकेले ही बलवान हो केंद्र अथवा त्रिकोण में हों तो उस व्यक्ति का जीवन कामयाबियों से भरा रहता है। इनके राशि परिवर्तन का सभी बारह राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा। इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।

मेष राशि- राशि से दशम भाव में सूर्य का गोचर सर्वश्रेष्ठ माना गया है। किसी भी तरह का रोजगार की दिशा में किया जा रहा प्रयास अति सफल रहेगा। शासन सत्ता का पूर्व सुख मिलेगा। अपने अधिकार क्षेत्र का सही उपयोग करते हुए कार्य करेंगे तो समाज में मान प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। चुनाव से संबंधित कोई बड़ा निर्णय लेना चाह रहे हों तो और अच्छा है लाभ उठाएं।

वृषभ राशि- राशि से भाग्यभाव में सूर्य का गोचर मिलाजुला फल देगा। कई बार देखा गया है कि कार्य होते होते रह जाता है किंतु अंततः सफलता हासिल होती है अतः आप परेशान न हों। विदेश यात्रा के योग एवं विदेशी कंपनियों से लाभ। प्रतियोगिता में सफलता एवं संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। अपने अदम्य पराक्रम के बल पर विषम हालात को भी सामान्य कर लेंगे।

मिथुन राशि- राशि से अष्टम भाव में सूर्य का गोचर आपको यशस्वी और प्रतापी बनाएगा। किंतु स्वास्थ्य की दृष्टि से सावधान रहना पड़ेगा। अग्नि, विष एवं दवाओं के रिएक्शन से बचें। कोर्ट कचहरी के मामले बाहर ही निपटा लें तो बेहतर रहेगा। कार्यक्षेत्र में व्यर्थ विवाद एवं षड्यंत्र का शिकार होने से भी बचें। किसी महंगी वस्तु के क्रय का योग बन रहा है।

कर्क राशि- राशि से सप्तम भाव में सूर्य का गोचर दांपत्य जीवन के लिए सामान्य रहेगा। व्यापारिक वर्ग को भी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। इस अवधि के मध्य साझा व्यापार करने से बचें। सरकार के प्रतिष्ठानों में रुके हुए कार्यों का निपटारा होगा। विवाह से संबंधित वार्ता में विलंब हो सकता है। संतान के दायित्व की पूर्ति एवं प्राप्ति के भी योग।

सिंह राशि- राशि से छठेभाव में सूर्य का गोचर आपको शत्रु मर्दी बनाएगा। सरकारी सर्विस हेतु आवेदन करना सार्थक रहेगा। कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता मिलेगी किंतु, ननिहाल पक्ष से कुछ मनमुटाव हो सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। गुप्त शत्रुओं से बचते रहें। सूर्य की व्ययभाव पर दृष्टि के फलस्वरूप भागदौड़ अधिक। यात्रा सावधानीपूर्वक करें।

कन्या राशि- राशि से पंचम भाव में सूर्य का गोचर संतान संबंधी चिंता से मुक्ति तो दिलाएगा ही। शिक्षा प्रतियोगिता में अच्छी सफलता भी दिलाएगा केंद्र अथवा राज्य सरकार के प्रमुख प्रतिष्ठानों में सर्विस हेतु आवेदन करना चाह रहे हों तो अवसर अच्छा है। शासन सत्ता का पूर्ण सदुपयोग करें। आय के साधन तो बढ़ेंगे किंतु परिवार के बड़े सदस्यों से मतभेद न पैदा होने दें।

तुला राशि- राशि से चतुर्थ भाव में सूर्य का गोचर कुछ मानसिक पीड़ा दे सकता है। पारिवारिक कलह से भी मन अशांत रहेगा। माता पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं। कर्मभाव पर सूर्य की दृष्टि के प्रभाव स्वरूप शासन सत्ता का पूर्णसुख मिलेगा। उच्चाधिकारियों से अच्छे संबंध बनेंगे। नौकरी में पदोन्नति एवं सम्मान की वृद्धि होगी।

वृश्चिक राशि- राशि से पराक्रमभाव में सूर्य का गोचर आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। अतः आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। अपनी योजनाओं को गोपनीय रखते हुए कार्य करते रहेंगे तो सफलता की संभावना सर्वाधिक रहेगी। भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें। विदेशी कंपनी में सर्विस हेतु आवेदन करना बेहतर रहेगा विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं।


धनु राशि- राशि से धनभाव में सूर्य का गोचर कुछ पारिवारिक कलह का सामना करवाएगा। नेत्र विकार एवं षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। अपनी जिद एवं आवेश पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करेंगे तो सफलता की संभावना सर्वाधिक रहेगी। बेहतर रहेगा कार्य क्षेत्र से कार्य निपटायें और सीधे घर आएं। आर्थिक दृष्टि से सूर्य का गोचर आपके लिए बेहतरीन सिद्ध होगा।

मकर राशि- अपने पुत्र शनि की राशि में सूर्य का गोचर आपको आत्म संयमी बनाएगा। पद और गरिमा की वृद्धि होगी किंतु शारीरिक पीड़ा से परेशान रहेंगे। बेहतर रहेगा कि व्यर्थ विवादों में न उलझें अपने आवेश पर नियंत्रण रखें। प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छी सफलता मिलेगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति अथवा प्रादुर्भाव के भी योग बनेंगे।

कुंभ राशि- राशि से व्यय भाव में सूर्य का गोचर मिलाजुला फल देगा। अपव्यय से बचते हुए दुर्घटना से बचें। वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं। शत्रुभाव पर सूर्य की दृष्टि के प्रभाव स्वरूप शत्रु बनेंगे भी और नष्ट भी होंगे किंतु। इस अवधि के मध्य अधिक कर्ज के लेन-देन से बचें अन्यथा दिया गया पैसा वापस आने में काफी समय लगेगा। स्वास्थ्य विशेष करके बाई आंख का ध्यान रखें।

मीन राशि- राशि से लाभ भाव में सूर्य का गोचर आय की दृष्टि से बेहतरीन सिद्ध होगा किंतु बड़े भाई से मतभेद हो सकता है। नौकरी में पदोन्नति एवं सम्मान की वृद्धि होगी। सामाजिक जिम्मेवारी बढ़ेगी। विद्यार्थी वर्ग के लिए भी यह समय अनुकूल है अतः परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्ति के लिए और प्रयास करें। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति के योग बन रहे हैं।