CM योगी कल जाएंगे "अयोध्‍या", जानिए देश भर से भूमि पूजन के लिए क्‍या-क्‍या हो रही है तैयारी

By Tatkaal Khabar / 24-07-2020 02:38:32 am | 12665 Views | 0 Comments
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इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा राम मंदिर (Ram Mandir) के भूमि पूजन के खिलाफ दायर याचिका को खारिज किए जाने के बाद भूमि पूजन का रास्ता साफ हो गया है. भूमि पूजन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. अब जानकारी मिल रही है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) शनिवार को अयोध्या जा सकते हैं. 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के दौरे से पहले तैयारियों का जायजा लेने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या जा सकते हैं. 

जानकारी के मुताबिक कल दोपहर बाद मुख्यमंत्री योगी अयोध्या पहुंचेंगे. वो पहले अयोध्या में तैयारियों का जायजा लेंगे इसके बाद साधु संतो से मुलाकात करेंगे. बताया जा रहा है कि सीएम अधिकारियों के साथ राम जन्म भूमि स्थल का जायजा भी लेंगे. 

उधर, विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर निर्माण के लिए दिल्ली के पवित्र 11 स्थानों की मिट्टी पीतल के कलशों में भरकर गुरुवार को अयोध्या के लिए रवाना कर दिया. 5 अगस्त को भूमि पूजन के समय इसका इस्तेमाल किया जाएगा. दिल्ली के सिद्ध पीठ (कालकाजी), प्राचीन पांडव कालीन भैरों मंदिर (पुराना किला), गुरुद्वारा सीस गंज (चांदनी चौक), गौरी शंकर मंदिर (चांदनी चौक), दिगंबर जैन लाल मंदिर (चांदनी चौक), प्राचीन काली माता मंदिर (बंगला साहिब), लक्ष्मी नारायण मंदिर, बिरला मंदिर भगवान वाल्मीकि मंदिर और बद्री भगत झंडेवालन मंदिर (करोल बाग) से ये मिट्टी इकट्ठा की गई है. 

विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि यह हम सबके लिए बहुत आनंद का समय है. उन्होंने कहा कि पूरे देश से पवित्र स्थलों की मिट्टी और नदियों का जल अयोध्या पहुंच रहा है.
हमारे पास कुछ लोग आए थे कि वो मंदिर का निर्माण करवा सकते हैं. हमने ट्रस्ट से आग्रह किया था कि लोगों के सहयोग से ये मंदिर बने. एक राशि तय हो. उन्होंने कहा कि हम 4 लाख गांवो में 10 करोड़ घरों में जा कर राशि इकट्ठा करेंगे.

विहिप अध्यक्ष ने कहा कि कई तरह की आपत्ति लोगों ने उठाई हैं. मुहूर्त की बात उठाई है. बनारस के ज्योतिषियों से सलाह लेकर मुहूर्त तय किया गया है. प्रधानमंत्री के हाथों मंदिर का शिलान्यास होगा.उन्होंने कहा कि पूरा देश पीएम का स्वागत करने को तैयार है.

देश भर से क्या-क्या जा रहा है राम मंदिर के लिए-
- उज्जैन के महाकाल वन से मिट्टी और विश्व प्रसिद्व ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर की भस्म भी पूजन के लिए अयोध्या पहुंचाई जाएगी. मान्यता है कि भगवान राम उज्जैन आए थे और उन्होंने शिप्रा नदी के राम घाट पर पूजा-अर्चना की थी.
- इंडिया बुलियन ज्वेलर्स ओसोसिएशन ने 33 किलो 644 ग्राम चांदी के ईट राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंपा है. इंडियन बुलियन ज्वेलर्स असोसिएशन ने पूरे प्रदेश के छोटे-बड़े ज्वेलर्स के सहयोग से चांदी को इकट्ठा कर ईंट बनाई है. 
- राम मंदिर की आधारशिला में बुलंदशहर की चांदी की ईंट भी लगेंगीं. यूपी के बुलंदशहर से सर्राफ असोसिएशन की ओर से करीब पांच किलो की पांच चांदी की ईंटों को भगवान श्री राम मंदिर के लिए अयोध्या भेजी गई हैं. 
- देश भर के सभी प्रमुख मठ मंदिर और स्थानों से रज और जल पूजित कर के अयोध्या भेजा जा रहा है. 
- राजस्थान के महाराज भर्तृहरि की तपोभूमि सहित अन्य पांच मंदिरों की पवित्र मिट्टी को मंदिर की नींव रखने के उपयोग में लिया जाएगा.
- अयोध्या राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास में गया के फल्गु नदी का बालू भी इस्तेमाल होगा. 
- सांप्रदायिक सद्भावना की मिसाल बने छत्तीसगढ़ के मौहम्मद फैज खान, अयोध्या के राममंदिर निर्माण के लिए चंद्रखुरि मंदिर की मिट्टी लेकर रायपुर से पैदल अयोध्या के लिए निकले हैं.
- भव्य मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में तीर्थराज प्रयागराज के त्रिवेणी संगम के जल का उपयोग किया जाएगा. गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम का जल लाने की जिम्मेदारी मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले संगठन विश्व हिन्दू परिषद को दी गई है.
- राजस्थान के खाटू श्याम जी की पवित्र मिट्टी भी अयोध्या भिजवाई गई है. 
- बारां के अंता क्षेत्र के नागदा नागेश्वर धाम अंता से अयोध्या के लिए मिट्टी और जल भिजवाया गया है.