CAA के तहत 14 लोगों को मिली भारतीय नागरिकता, मोदी सरकार ने जारी किया प्रमाण पत्र
गृह मंत्रालय ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत पहला नागरिकता प्रमाण पत्र जारी कर दिया है. यह प्रमाण पत्र 14 लोगों को भारतीय नागरिकता देने के लिए जारी किया गया है.केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने आज नई दिल्ली में कुछ आवेदकों को नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपे. गृह सचिव ने आवेदकों को बधाई दी और नागरिकता (संशोधन) नियम, 2024 की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डाला. CAA के तहत अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, ईसाई और पारसी धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता दी जा सकती है.
जब दिसंबर 2019 में यह अधिनियम संसद से पारित हुआ था तो इसके खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे. रिपोर्टों के मुताबिक सीएए विरोधी प्रदर्शनों या पुलिस कार्रवाई के दौरान सौ से अधिक लोगों की जान चली गई थी. अधिनियम को दिसंबर 2019 में ही राष्ट्रपति ने मंजूरी दी थी.
अब भारत की नागरिकता पाना और भी आसान हो गया है! गृह मंत्रालय ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत भारतीय नागरिकता पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए एक वेब पोर्टल तैयार किया गया है, जिससे पात्र लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
CAA के नियमों के अनुसार, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी या ईसाई अब इन देशों के वैध पासपोर्ट या भारत के वैध वीजा के बिना नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं.
नोटिफाइड नियम में कहा गया है कि "कोई भी दस्तावेज़" जो आवेदक के माता-पिता, दादा-दादी या परदादा-परदादी में से किसी एक का इन देशों में से किसी एक से होने का प्रमाण दे , वह उनकी राष्ट्रीयता साबित करने के लिए काफी होगा. और वीजा की जगह स्थानीय निकाय के चुने हुए सदस्य द्वारा जारी प्रमाण पत्र भी काफी होगा.
CAA के लागू होने से उन हज़ारों गैर-मुस्लिम प्रवासियों को लाभ मिलने की संभावना है जो इन तीनों देशों से आकर भारत में रह रहे थे और भारतीय नागरिकता चाहते थे. अब तक ये लोग भारत में अवैध रूप से या लंबी अवधि के वीजा पर रह रहे थे.
अब ऑनलाइन आवेदन की सुविधा मिलने से इन लोगों को भारतीय नागरिकता पाने में काफी आसानी होगी. यह कदम भारत में रहने वाले प्रवासियों के लिए एक सकारात्मक पहल है, और CAA के कार्यान्वयन में एक महत्वपूर्ण चरण है.